गजरौला के प्रधान के विरूद्ध कार्यवाही कराकर बीडीओ ने सांस ली थी
प्रधान ने जान से मारने की धमकी देकर घोड़े को बीडीओ कार्यालय में घुसा दिया था
दर्पण टाइम्स ब्यूरो
बुलन्दशहर।विकास खंड ऊंचागांव पर तैनात तेज तर्रार व ईमानदार खंड विकास अधिकारी डा0 आदेश कुमार को अपनी ईमानदारी का खामियाजा भुगतना पड़ा है।बीते 18सितंबर को खंड विकास अधिकारी ने ब्लॉक पर हो रहे भ्रष्टाचार से क्षुब्ध होकर आखिरकार डीएम को इस्तीफा सौंप दिया, जिसकी प्रति शासन को भी भेजी गई है।हांलांकि उनका इस्तीफा जिलाधिकारी ने अभी तक मंजूर नहीं किया है।पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर ग्रामीणों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने के कारण ही ईमानदार छवि के बीडीओ आदेश कुमार को इस्तीफा देना पड़ा है।ग्रामीणों का कहना है कि उक्त बीडीओ गजरौला के प्रधान को जेल भिजवाकर ही सुर्खियों में आये थे।बताया गया कि ग्राम प्रधान गजरौला के खिलाफ शौचालय निर्माण के कार्यों में भ्रष्टाचार होने पर बीडीओ जांच कर रहे थे।उसी समय बीडीओ को ग्राम प्रधान ने जान से मारने की धमकी देकर अपने घोड़े को उनके ऑफिस में घुसा दिया था,जिसके बाद उन्होंने ग्राम प्रधान को जेल की हवा खिलाई थी, इतना ही नहीं ,क्षेत्र में आये दिन ब्लॉक पर अलग-अलग गांव के लोग एडीओ पंचायत व ग्राम सचिवों के खिलाफ भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं। उधर बीडीओ का कहना है कि प्रधानों के भ्रष्टाचार के विरूद्ध कोई भी सचिव व एडीओ पंचायत उनका सहयोग नहीं कर रहे हैं,यहां तक कि वे सभी उनके खिलाफ षडयंत्र कर रहे हैं।
औरंगाबाद ताहरपुर मेला मामले की भी जांच कर रहे थे बीडीओ
उधर एक और मामला गांव औरंगाबाद ताहरपुर का है,जहां भ्रष्टाचार की जांच कर रहे बीडीओ को निचले स्तर पर ग्राम सचिव व एडीओ पंचायत का कोई सहयोग नहीं मिला था।बता दें कि ईमानदार छवि के कारण बीडीओ डा0 आदेश कुमार क्षेत्र की जनता के लिए प्रिय थे और उनके इस्तीफा देने से क्षेत्र के लोगों में अत्यधिक मायूसी छायी हुई है।
कहीं प्रशासन और नेताओं के दवाब में तो नही थे बीडीओ?
बीडीओ डा0 आदेश कुमार ने बातचीत में बताया कि वह अपनी नौकरी को पूरी ईमानदारी से निभा रहे थे ,लेकिन ब्लॉक पर कुछ सचिव और एडीओ पंचायत भ्रष्टाचार के मामले में लगातार आरोपित होते रहे हैं और उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं,अभी कुछ दिनों पहले उन्होंने अवैध रूप से ब्लॉक पर रह रहे कर्मचारियों से भी आवास खाली कराये थे,जिससे चिढ़कर कुछ ग्राम प्रधानों एवं ब्लॉक कर्मचारियों ने उनके खिलाफ षड्यंत्र रचने शुरू कर दिए थे और उल्टा जिला प्रसाशन द्वारा बीडीओ आदेश कुमार का ही वेतन रोक दिया गया ,जिससे क्षुब्ध होकर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।फिलहाल खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है और बीडीओ को पुनः ऊंचागांव ब्लॉक पर ही तैनाती की मांग क्षेत्र की जनता कर रही है।
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