निलम्बित प्रधानाध्यापक मनमानी कर शिक्षा अधिकारियों को दिखा रहे ठेंगा


निलम्बन के बाद भी विद्यालय में कर रहे ड्यूटी



 


 



दर्पण टाइम्स ब्यूरो
बुलन्दशहर (डिबाई)। बीएसए द्वारा लापरवाह प्रधानाध्यापक को निलम्बित किये जाने के बाद भी प्रधानाध्यापक स्कूल में ड्यूटी दे रहे है,जो शिक्षा विभाग व जनता में चर्चाओं का विषय बना हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि बीएसए द्वारा जिस प्रधानाध्यापक को निलम्बित किया गया था, वह विभाग के प्रति इतने सजग ,निष्ठावान और ईमानदार हैं कि निलम्बन के बाद भी वह निष्ठा और ईमानदारी से ड्यूटी दे रहे हैं।क्या शिक्षा विभाग ने उन्हे वही सम्बद्ध किया है या प्रधानाध्यापक की मनमानी ही है।मगर शिकायतकर्ता रविंद्र कुमार निवासी गांव रतनपुर द्वारा जिलाधिकारी से प्राथमिक विद्यालय नंबर 1 जरगवां के प्रधानाध्यापक  की शिकायत के बाद एसडीएम डिबाई एवं एबीएसए चंद्रभूषण की जांच में स्कूल में मिली खामियों के आधार पर दिनांक 28.09.2019 को तत्काल प्रभाव से प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया था ,जिसकी जांच लखावटी एबीएसए को दे दी गई थी।प्रधानाध्यापक की दबंगई के सामने शिक्षा विभाग मौन है। शिक्षा विभाग मौन क्यों हो? यह जबाब किसी अधिकारी के पास नहीं है।प्राथमिक विद्यालय 1 पर आरोप कुछ ऐसे हैं कि ग्राम की राजनीति में प्रधानाध्यापक भरपूर योगदान देते हैं ,बच्चों की शिक्षा से उन्हें कोई लेना देना नहीं ,स्कूल में अधिक बच्चों को दिखाकर शासकीय धनराशि भी हड़प कर लेते हैं।मास्टर साहब की स्कूल के पास ही दुग्ध डेयरी भी है ,और स्कूल के पीछे खेती की जमीन है, जिस पर खेती की जाती है,, जब इतने सारे काम मास्टर साहब करते है तो बीएसए के आदेश को वे क्यों मानें।
अब निलम्बन आदेश को ले लीजिये, आदेश्ज्ञ में बीएसए अमरीष कुमार ने निलम्बित प्रधानाध्यापक को दानपुर बीआरसी से संबद्ध किया हुआ है,जो मास्टर साहब को नहीं भाया और वे मनमानी ढंग से ड्यूटी कर पूर्ववत विद्यालय में ही ड्यूटी को अंजाम दे रहे है,जिससे गांव की राजनीति, डेयरी संचालन व उन्नत खेती के सभी कार्य यथावत करते रहे। जब एबीएसए चंद्रभूषण से बातचीत की गई तो उन्होने बताया गया कि बीएसए का निलम्बन आदेश दिनांक 30.09.2019 को ही उन्हें रिसीव करा दिया गया,जिसमें बीआरसी दानपुर से उन्हें सम्बद्ध होने के आदेश सार्वजनिक करा दिए गए तथा प्राथमिक विद्यालय नंबर 1 पर प्रधानाध्यापक मनोज कुमार को चार्ज सौप दिया गया, जिसका गेट पर नोटिस चस्पा कर दिया गया।खंड शिक्षा अधिकारी ने स्कूल के नये ताले बदलवा कर लगा दिए और स्कूल का समय 9 बजे से हो गया है।जब यह जानकारी बीईओ को हुई तो खंड शिक्षा अधिकारी चंद्र भूषण प्रसाद स्कूल में पहुंचे तो उस समय निलम्बित प्रधानाध्यापक विनोद कुमार उनके सामने नहीं आए  और लुकाछिपी का खेल चलता रहा।जब उक्त प्रकरण में बीईओ से बातचीत की गयी तो उन्होने बताया कि यह गैर कानूनी है,उनको स्कूल में आकर उपस्थिति दर्ज नहीं करानी चाहिए थी,उन्हें दानपुर बीआरसी पर जाना चाहिये था, यदि ऐसा है तो इस पर भी कार्रवाई की जायेगी।
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