मानव सेवा ही ईश्वरीय सेवा है--निमिष



 

 

 


खुर्जा/सिकन्द्राबाद(कैलाश गुप्ता)। चंद्रकांता महाविद्यालय पिरबियावानी के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा एक समाचार पत्र के प्रधान संपादक के सौजन्य से ग्राम बेनीपुर में 80 लोगांे को कम्बल वितरित किए गए।
इस दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए निमिष कुमार गर्ग ने कहा कि पत्रकारिता का प्रथम और अंतिम उद्देश्य केवल राष्ट्रहित ही होना चाहिए। पत्रकारिता यदि राष्ट्रीय हित एवं समृद्धि को ध्यान में रखकर की जायेगी, तब ही देशहित और जनहित की समृद्धि हो सकती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित का अर्थ राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं इसकी समृद्धि है। व्यक्ति का हित भी उसकी सुरक्षा और समृद्धि में ही निहित है, जबकि जनहित का अर्थ जनता की सुरक्षा और समृद्धि है। निमिष कुमार गर्ग ने कहा कि दुनिया का इतिहास और राजनीतिक दर्शन इस बात का गवाह है कि राज्य की संस्था मानव जाति के लिए अपरिहार्य रही है। कुछ लोग साम्यवादी विचारधारा से प्रेरित होकर इस बात की वकालत करते हैं कि राज्य की संस्था ही मनुष्यों के लिए दुख का कारण रही है और उसके समाप्त हो जाने में ही जनहित है। कुछ जगह इसका प्रयोग भी किया गया लेकिन सोवियत संघ (यूएसएसआर) का उदाहरण रेखांकित करता है कि राज्य के बिना मनुष्य नहीं रह सकता है। उन्होंने कहा कि कमजोर और विपन्न राज्य अपने लोगों को न तो सुरक्षा दे सकता है और न ही समृद्धि। फिर भी कुछ लोग व्यक्तिगत स्वार्थ की पूर्ति के लिए राष्ट्रहित का नाम लेकर राष्ट्र को कमजोर करने की कोशिश करते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि देश में पत्रकारिता का इतिहास इस बात का गवाह है कि कुछ अपवादों एवं अवसरों को छोड़कर वे अपने दायित्वों का गंभीरता से पालन करती रही है। राष्ट्र की सुरक्षा एवं समृद्धि को आघात पहुंचाने की इजाजत दुनियां का कोई राष्ट्र नहीं दे सकता है और देना भी नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे में पत्रकारिता के ऊपर एक गंभीर दायित्व होता है कि राष्ट्रहित को क्षति पहुंचाने वाले विषयों पर अत्याधिक सावधानी बरते।उन्होंने बताया कि जिस समय उन्होंने पत्रकारिता शुरू की थी ,उस समय पत्रकारिता एक मिशन था ,उन पत्रकारों के अंदर एक समर्पण और कमेंटमेंट था कि समाज को आगे बढ़ाना है ,लेकिन आज पत्रकारिता रोजगार बन गया है,इसलिए हम अपने उद्देश्य से भटक भी गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रहित का तकाजा है कि पत्रकारिता के सिद्धांत और हमारे पूर्व के पत्रकारों ने जो मिशाल कायम की है ,उसको अपनायें, ताकि पत्रकारिता का धर्म बचा रहे और देश व समाज की दशा और दिशा तय करने में हमारी भूमिका सार्थक हो। उन्होंने कहा कि आगे भी हमारे द्वारा ग्रामों को चिन्हित करके गरीबो की मदद की जाएगी,तथा यह क्रम निरंतर चलता रहेगा।
इस अवसर पर डा0 विप्लव ने कहा कि वर्तमान दौर में राष्ट्रहित के प्रति सबसे ज्यादा लघु पत्रकारिता से जुड़े पत्रकार हैं, क्योंकि उन पर कोई व्यवसायिक दवाब नहीं है।उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का मूल उद्देश्य राष्ट्रहित और जनहित में कार्य करना है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर ऐसी मिशालें मिलती रही हैं कि गांव और कस्बे में काम करने वाले पत्रकारों ने जनसमस्या को राष्ट्रीय फलक पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है। इस क्षेत्र में हमारे द्वारा छोटी छोटी समस्याओ को उठाना तथा उसका समाधान करने की वजह से ही भारत पुष्प समाचार पत्र लोगो का चहेता बन गया है। आज बड़े-बड़े अखबारों ने भी अब क्षेत्रीय स्तर पर अपना प्रकाशन शुरू किया है। भारत पुष्प के पुरोधा निमिष कुमार गर्ग का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सर्दियों के मौसम में गरीबो को कम्बल वितरित करा कर उन्होंने एक नेक कार्य किया है। इस मौके पर डा0 संजीव कुमार, डा0 आशुतोष कुमार, प्रेम कुमार, चंद्रकांत शर्मा, हारून खान, मनोज कुमार, हरेंद्र, का योगदान सराहनीय रहा।कार्यक्रम में ग्रुप लीडर शुभम कुमार, प्रतीक, प्रकाश कुमार, सुमन कुमार, सुनील, पल्लवी, यश, सौरभ, धीरज, नानक, गौरी, शीला, नेहा, चंचल, ऋतु, तनु, पूजा, रोहित, कोमल, प्रभा आदि छात्र छात्रा मौजूद रहे।