पराली जलाने पर 80किसान गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने से किसानों में आक्रोश


 


 


 



करनाल(दर्पण टाइम्स)।धान की पराली जलाए जाने के आरोप में जींद जिले के करीब 80 किसानों को पुलिस द्वारा गिरफतार किए जाने को लेकर प्रदेश भर के किसानों में भारी रोष की लहर है।इस रोष के चलते भारतीय किसान यूनियन की जिला इकाई ने प्रदेश सरकार की इस किसान विरोधी कार्यवाही पर गांव शेखुपुरा जागीर में किसानों ने एकत्रित होकर गहरा रोष जताया है। सरकार पर भड़के किसानों ने सरकार विरोधी नारेबाजी करके जमकर अपनी भड़ास निकाली।
पंचायत में उपस्थित किसानों ने इस मामले को लेकर विचार विर्मश किया। किसानों ने कहा कि हाल ही में प्रदेश में गठित हुई गठजोड वाली सरकार ने बेकसूर किसानों को     गिरफतार करके पूर्णतरू किसान विरोधी होंने का परिचय दे दिया है। भारतीय किसान यूनियन की आपात किसान पंचायत का आयोजन शेखुपुरा जागीर गांव में स्थित जिला प्रवक्ता सुरेंद्र सांगवान के आवास पर प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह घुम्मन की अध्यक्षता में किया गया। इस मौके पर वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचंद शाहपुर विशेष तौर पर मौजूद थे। पंचायत में उपस्थित भाकियू नेताओं ने किसानों की गई गिरफतारी की कड़े शब्दों में प्रदेश सरकार की निंदा की। आक्रोषित किसान नेताओं ने एक स्वर में कहा कि प्रदेश में गठित गठजोड़ वाली सरकार को इसका खामियाजा भूगतने के लिए तैयार हो जाना चाहिए। भाकियू नेता शाहपुर ने किसान पंचायत में सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि किसानों पर इस तरह की औच्छी व घटिया कार्यवाही करके किसानों को आंदोलन करने के लिए मजबूर कर दिया है। प्रदेश सरकार के खिलाफ जोरदार किसान आंदोलन खड़ा कर माकूल जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ जोरदार किसान आंदोलन शुरू करने के लिए किसानों को लामबंद्व करने के लिए खास अभियान शुरू किया जाएगा। जिला प्रवक्ता सागवान ने बताया कि जैसे ही प्रदेश कार्यकारिणी की ओर से इस बारे में निर्देश आएगें। उसी समय आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा। भाकियू नेताओं ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसानों को अपनी एकता को मजबूत करना होगा। अन्यथा भाजपा सरकार किसानों को प्रताडिघ्त करने में कोई कोर कसर नही छोड़ेगी। इस अवसर पर प्रदेश संगठन मंत्री श्याम सिंह मान, जिला सरंक्षक महताब कादियान, विकास खंड घरोंडा प्रधान विनोद राणा, गुरनाम सांगवान, रघबीर सिंह, धर्म सिंह, प्रकाश देशवाल वेदपाल, जसमेर बैनीवाल, धर्म सिंह छपरा खेड़ा सहित कई किसान मौजूद थे।
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