घरौंडा(दर्पण टाइम्स)।गांव ऊंचा समाना के किसान के बेटे ने सिविल जज बनकर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। बिहार न्यायिक सेवा की कठिन परीक्षा में 163वां रैंक हासिल किया है। सिविल जज बनने पर परिजनों और ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। बिहार न्यायपालिका में सिविल जज बने कुंवर विरेंद्र सिंह ने अपनी जीत का श्रेय अपने परिजनों को दिया है। कुंवर विरेंद्र सिंह का कहना है कि जिंदगी में हमें सफलता हासिल करनी है तो उस सफलता के लिए प्रयासरत रहना होगा, क्योंकि कोई व्यक्ति कभी असफल नहीं होता।
ग्रामीण आंचल में बसे ऊंचा समाना निवासी कुंवर विरेंद्र सिंह ने बिहार न्यायिक सेवा की परीक्षा के लिए दिन-रात एक कर दी। विरेंद्र सिंह ने अपनी पढ़ाई को 14 घंटें दिए और उसी मेहनत का परिणाम है कि सिविल जज के लिए उसका चयन हुआ है। विरेंद्र सिंह ने अपनी प्राइमरी और सैकेंडरी की पढ़ाई करनाल के कांवेंट स्कूल से पूरी की है। 2009-13 में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय से बी.टेक की। जिसके बाद 2014-17 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी की और मौजूदा समय में एलएलएम की पढ़ाई कर रहे है। कुंवर विरेंद्र सिंह ने बताया कि नवंबर-2018 में उन्होंने न्यायिक सेवा के लिए प्री-एग्जाम दिया था। जिसके बाद 22 अक्तूबर 2019 को पटना में उनका इंटरव्यू हुआ और बीती 29 नवंबर को रिजल्ट घोषित हुआ। जिसमें उनको 163वां रैंक मिला है। कुंवर विरेंद्र सिंह का कहना है कि सफलता के लिए कोई भी शॉर्ट कट नहीं होता। किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। वहीं सरपंच निशांत राणा व उनके परिजनों ने ग्रामीणों सहित कुंवर विरेंद्र सिंह का फूलमाला पहनाकर व लड्डू खिलाकर बधाई दी। सरपंच निशांत राणा का कहना है कि कुंवर विरेंद्र सिंह उनके छोटे भाई है और एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते है। सिविल जज बनकर विरेंद्र ने गांव का ही नहीं बल्कि करनाल जिले का नाम रोशन किया है।