मांगों का ज्ञापन देने पहुंची महिला से एसडीएम डिबाई की कहासुनी


पीडि़ता ने एसडीएम पर पक्षपात करने का लगाया आरोप
डिबाई(द.ट.)। गुरूवार को ग्राम अफजलपुर निवासी एक महिला डिबाई तहसील पहंुची, जहां उसने एसडीएम डिबाई को शिकायती पत्र देने की कोशिश की,जो मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के नाम प्रेषित था।एसडीएम डिबाई ने अपने कार्यालय के बाहर महिला से ज्ञापन के संदर्भ में जानकारी की तो ज्ञात हुआ कि यह लोग एसडीएम डिबाई की ही शिकायत लेकर एसडीएम कार्यालय पहंुचे।शिकायती पत्र देखते ही एसडीएम ने उसे लेने से इंकार कर दिया, जिस पर शिकायती पत्र देने वाले सभी लोग भड़क गए,जिस पर एसडीएम डिबाई एवं पीडि़त पक्ष के बीच जमकर नोकझोंक हो गई।
पीडि़त पक्ष की मानें तो राजवती के भाई निरंजन तथा उसकी पत्नी गंगा देवी द्वारा राजवती को अपने पिता से मिली संपत्ति का हिस्सा देने को मना कर दिया, जिसके कारण यह विवाद उत्पन्न हुआ है , जिसके चलते गंगा देवी ने राजवती तथा अन्य भाइयों के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत मुकदमा दर्ज करा दिये हैं , जिसके मद्देनजर राजवती ने अपने घर में तथा मुख्य मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगवा रखे थे, जिससे कि गंगा देवी तथा निरंजन द्वारा की जाने वाली गतिविधियों पर नजर रखी जा सके, परंतु गंगा देवी द्वारा पुलिस प्रशासन में शिकायत करने पर एसडीएम डिबाई ने पुलिस को आदेशित कर उक्त कैमरे तुड़वा दिए।पीडि़ता के अनुसार वह इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराना चाहती है।इस उद्देश्य से वह मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के नाम ज्ञापन तैयार कर एसडीएम कार्यालय पहुंची, जहां एसडीएम डिबाई ने ज्ञापन लेने से मना कर दिया।
वहीं एसडीएम डिबाई का कहना है कि राजवती द्वारा लगाए गए कैमरों में से एक कैमरा गंगा देवी के स्नानागार की तरफ लगाया गया था, जिसकी शिकायत गंगा देवी ने पुलिस प्रशासन से की थी। पुलिस ने राजवती से उस कैमरे का डायरेक्शन बदलने को कहा ,परंतु राजवती द्वारा कैमरे की दिशा ठीक न की गयी तो पुलिस ने उस कैमरे को उतरवा दिया।राजवती व एसडीएम के बीच हुयी नोकझोंक के विषय पर एसडीएम ने बताया कि मैंने पीडि़त पक्ष को कोतवाली डिबाई जाने की सलाह दी थी, जिससे कि उनकी समस्या का निस्तारण किया जा सके, परंतु राजनीतिक तथा उसके साथ आए लोगों ने हंगामा कर दिया,जोकि असंवैधानिक था। समाचार लिखे जाने तक पीडि़त पक्ष अपनी बात पर अडिग होकर एसडीम कार्यालय में मौजूद रहा और ज्ञापन लेने का अनुरोध करता रहा, मगर उसका ज्ञापन नहीं लिया गया।
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