कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में छठे तकनीकी सत्र में विद्वानों एवं विद्यार्थियों ने रखे विचार
कुरुक्षेत्र (दर्पण टाइम्स)। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत् आयोजित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में फैकल्टी लॉज में आयोजित हो रहे चौथे अंतर्राष्ट्रीय विचार गोष्ठी के दूसरे दिन छठे तकनीकी सत्र में युवाओं ने बढ़-चढकर भाग लिया और श्रीमद्भगवद् गीता की शिक्षाओं पर मंथन किया। संस्कृत एवं प्राच्य विद्या संस्थान द्वारा आयोजित इस तकनीकी सत्र का विषय स्वनियोजनरूभगवद् गीता की दृष्टि से रहा। इस तकनीकी सत्र में विशेषकर स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी शोध प्रस्तुति दी। इस तकनीकी सत्र की अध्यक्षता मारीशस से आए विश्वानंद पूट्टे ने की। बीजवक्ता के तौर पर गुरूकुल कांगडी हरिद्वार से आए प्रो. ब्रह्मदेव ने शिरकत की। इसके अतिरिक्त रशिया से आए ओलेग गोरशेविस्की, बेल्जियम से आए कपिल कुमार, प्रो. सरोज कौशल सहित अनेक विद्वानों ने अपनी बात रखी।विभिन्न विभागों एवं महाविद्यालयों के 60 गीता चिंतकों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में मंच संचालन रविदत्त शर्मा ने किया। संस्कृत एवं प्राच्य विद्या संस्थान की निदेशिका डॉ. विभा अग्रवाल ने सभी अतिथियों का अभिनंदन किया।इस अवसर पर प्रो. ललित कुमार गौड़, विभागाध्यक्ष प्रो. कृष्णा देवी, आयोजन समिति के सदस्य मनु आर्या, रिम्मी, अंकिता, साहिल कुमार, नीरज सहित अंग्रेज शर्मा, डॉ. रामचन्द्र, सीमा, ज्योति, गीता आदि उपस्थित रहे।
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श्रीमद्भगवद् गीता पर युवाओं ने किया मंथन