विद्युत विभाग की लापरवाही से हो रही जनहांनि पर विद्युत अधिकारियों पर बिफरे डीएम


विद्युत के तीनों अधीक्षण अभियंताओं से मांगा एक वर्ष में होने वाली विद्युत दुर्घटनाओं एवं जांच रिपोर्ट का ब्यौरा, विभाग में मचा हड़कम्प



 


 


 



बुलन्दशहर (द.ट.)।जनपद  में विद्युतापूर्ति से संबंधित समस्या एवं इससे होने वाली अप्रिय घटना तथा जान-माल की क्षति की घटनाओं को नही रोके जाने के साथ-साथ प्रभावी कार्यवाही न किये जाने पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने जनपद में तैनात ऊर्जा विभाग के तीनों अधीक्षण अभियन्ताओं से एक वर्ष में विद्युत दुर्घटनाआंे में जनपद में हुई जन हांनियों का विवरण तथा प्रत्येक दुर्घटना में शासन द्वारा अपेक्षित कार्यवाही के प्रति जांचोपरान्त की कार्यवाही की विस्तृत आख्या तत्काल प्रस्तुत करने के निर्देश दिये है।
उन्होंने निर्देशित किया कि ऊर्जा विभाग की लापरवाही के कारण जनपद में निर्दोष लोगों की जानें जा रही है,जिससे कानून एवं शान्ति व्यवस्था की स्थिति चरमरा रही है।जिलाधिकारी ने अपने जारी निर्देशों में ंकहा है कि 6दिसम्बर,2019 को विद्युत उपकेन्द्र सनोटा से पोषित होने वाली लाईन से 11 के0वी0 लाईन का तार टूटने से करंट की चपेट में आन से योगेन्द्र सिंह निवासी सनोटा, तहसील सिकन्द्राबाद की मृत्यु हो गयी, जिसके कारण कई घण्टों तक गुलावठी-सिकन्द्राबाद मार्ग पर आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा रोड पर जाम लगाकर जिला प्रशासन के विरूद्व कडा आक्रोश व्यक्त किया गया, जिसे हटवाने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों को काफी मशक्कत करने पडी तथा कानून एवं शान्ति व्यवस्था की स्थिति अत्यधिक प्रभावित हुई।
उन्होंने निर्देशित किया है कि 6 दिसम्बर को पूरा प्रशासन बाबरी मस्जिद डिमोलेशन डे होने के कारण हाई अलर्ट पर था और पुलिस तथा राजस्व विभाग के सभी अधिकारी जनपद मेें शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने एवं किसी भी साम्प्रदायिक घटना को रोकने हेतु जनपद के विभिन्न स्थलों पर अपनी ड्यूटी पर तैनात किये गये थे। विद्युत विभाग की लापरवाही के कारण अधिकारियों को अपने महत्वपूर्ण डयूटी को छोडकर घटनास्थल पर जाना पडा, यदि इसी बीच में कोई अप्रिय घटना घटित हो जाती तो कानून एवं शान्ति व्यवस्था की अत्यन्त विषम परिस्थिति उत्पन्न हो सकती थी।उन्होंने अपने आदेशों में ऊर्जा विभाग के तीनों अधीक्षण अभियन्ताओं को यह भी निर्देश दिये है कि उनके स्तर से विभिन्न लिखित आदेशों दिनांक 07.08.2019 व 17.09.02019 तथा 25.11.2019 के माध्यम से विद्युत से होने वाली अप्रिय घटनाओं तथा जान-माल की क्षति को रोकने के लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे। इन निदेशों के क्रम में ऊर्जा विभाग द्वारा यह जानकारी दी गयी कि माह अप्रैल 2019 से 8 माह के दौरान विद्युत से होने वाली मानव जन हानि की संख्या 30 बतायी गयी थी और भविष्य में विद्युत दुर्घटना से जनहांनि रोकने के लिए आश्वस्त किया गया था। ऊर्जा विभाग द्वारा बार बार मौखिक एवं लिखित निर्देशांे के बावजूद भी जनपद में विद्युत दुर्घटनाओं से निरन्तर जनहानि होने पर ऐसा प्रतीत होता है कि विभाग द्वारा विद्युत दुर्घटनाओं को रोकने के लिए समुचित कार्यवाही नही की जा रही है ,जो ऊर्जा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता एवं लापरवाही को परिलक्षित करता है।जिलाधिकारी ने ऊर्जा विभाग के तीनों अधीक्षण अभियन्ताओं को तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये है।
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